अल्मोड़ा जनपद की टीम राज्य स्तरीय हाकी चैंपियनशिप के अंडर-19 में उपविजेता रही। फाइनल मुकाबले में देहरादून से 4-1 से हार का सामना करना पड़ा। टीम के पांच खिलाड़ी राष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्धा में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे। सेमीफाइनल में अल्मोड़ा ने ऊधम सिंह नगर को हराया था। खेल प्रेमियों ने टीम के प्रदर्शन की सराहना की और रानीखेत में स्टेडियम की कमी महसूस की गई।
राज्य स्तरीय हाकी चैंपियनशिप के अंडर-19 में अल्मोड़ा जनपद की टीम उपविजेता रही। शुरू से ही शानदार प्रदर्शन कर रहे यहां के खिलाड़ियों ने फाइनल में देहरादून पर पहले हाफ में पहला गोल दाग दबाव बनाया। मगर दूसरे हाफ में दून का पलड़ा भारी रहा और 4-1 के अंतर से हार कर रजत पदक से संतोष करना पड़ा। जिले की टीम से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पांच खिलाड़ी जनवरी में आहूत राष्ट्रीय प्रतिस्पर्द्धा में उत्तराखंड की टीम से खेलेंगे। यहां पहुंचने पर खेल प्रेमियों व हाकी संघ के पदाधिकारियों ने टीम व प्रशिक्षकों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
महाराणा स्पोर्ट्स कालेज देहरादून के मैदान में आठ से दस दिसंबर तक प्रदेश स्तरीय हाकी चैंपियनशिप का आयोजन किया गया था। इसमें अल्मोड़ा जनपद की टीम ने हुनर का लोहा मनवाया। खास बात कि टीम में 11 खिलाड़ी रानीखेत के शामिल रहे। वहां से लौटकर टीम प्रबंधक व प्रशिक्षक दीपक सिंह मेहरा ने बताया कि सेमीफाइनल में अल्मोड़ा ने ऊधम सिंह नगर को 5-0 से परास्त कर फाइनल में प्रवेश किया। जिले की अंडर-14 टीम सेमीफाइनल तक पहुंची। गुरुवार को नगर पहुंचे टीम मैनेजर वीरेंद्र सिंह बिष्ट, पंकज टम्टा व दीपक मेहरा के साथ ही उपविजेता टीम को खेल प्रेमियों ने हाथोंहाथ लिया।
फिर खटका मैदान का अभाव
अल्मोड़ा जिले की टीम में रानीखेत के खिलाड़ियों का बोलबाला रहा। मगर खेल मैदान का अभाव एक बार फिर खटका। पूर्व हाकी खिलाड़ी धीरज सिंह बिष्ट, ललित सिंह बिष्ट व अधिवक्ता हरीश सिंह मनराल ने कहा कि रानीखेत में स्टेडियम की सुविधा होती तो जनपद की टीम स्वर्ण जीतकर लौटती। राष्ट्रीय स्तर पर क्षेत्र का नाम रोशन कर चुके प्रशिक्षक दीपक सिंह मेहरा उबड़खाबड़ एनसीसी मैदान में प्रतिभाएं तराशने में जुटे हैं।
मिट्टी भी बराबर नहीं है। इसी पर कड़ी मेहनत व अभ्यास कर यहां से चयनित खिलाड़ियों ने प्रदेश स्तर पर हुनर का लोहा मनाया। मगर महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम जैसे टर्फ पर अभ्यास न मिलने से अभ्यस्त देहरादून की टीम फाइनल में भारी पड़ गई। हाकी संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष अगस्त लाल साह, वरिष्ठ खिलाड़ी व सेवानिवृत्त जिला क्रीड़ाधिकारी जुबैद अहमद, जयंत सिंह रौतेला, पूर्व खिलाड़ियों ने एक बार फिर रानीखेत में प्रतिभाओं की सुविधा के लिए स्तरीय स्टेडियम की पुरजोर वकालत की है।

