उत्तराखंड के देहरादून में नर्सिंग बेरोजगारों ने स्वास्थ्य मंत्री के आवास का घेराव किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। प्रदर्शनकारी नर्सिंग के क्षेत्र में नौकरी की मांग कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने का प्रयास किया, जिसके कारण स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
नर्सिंग बेरोजगारों ने वर्षवार नियुक्ति की मांग को लेकर गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के यमुना कालोनी स्थित आवास घेराव के लिए कूच किया। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर आवास पहुंचने से पहले ही प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।
इससे नाराज प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक और धक्कामुक्की हुई। प्रदर्शनकारी वहीं सड़क पर धरने बैठ गए। कांग्रेस और उत्तराखंड क्रांति दल के कई नेता भी प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने पहुंच गए।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों, कांग्रेसी और उक्रांद नेताओं को हिरासत में ले लिया और करीब साढ़े चार घंटे बाद एकता विहार स्थित धरनास्थल पर छोड़ दिया।
नर्सिंग एकता मंच के बैनर तले प्रदेशभर से आए नर्सिंग बेरोजगार बिंदाल पर एकत्र हुए। वहां से रैली निकालकर स्वास्थ्य मंत्री के आवास का घेराव करने निकले। पुलिस ने स्वास्थ्य मंत्री के आवास से पहले ही लोक निर्माण विभाग के सामने उनको रोक दिया।
जिससे प्रदर्शनकारी आक्रोशित हो गए और वहीं धरने पर बैठकर मंत्री से वार्ता की मांग करने लगे। पुलिस ने एसडीएम से वार्ता करवाने का आश्वासन दिया, लेकिन बेरोजगार स्वास्थ्य मंत्री से सीधे वार्ता की मांग पर अड़े रहे।
इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरक सिंह रावत, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी और उक्रांद के राकेश ध्यानी, राजेंद्र बिष्ट, प्रवीण रमोला, भूरा चमोली आदि भी समर्थन देने मौके पर पहुंच गए।
बेरोजगारों ने आइपीएचएस मानकों के अनुसार स्वास्थ्य विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग में 2500 से अधिक पदों पर नई विज्ञप्ति जारी करने और आयु सीमा पार कर चुके योग्य अभ्यर्थियों को विशेष आयु-छूट देने की मांग उठाई।
मीडिया प्रभारी प्रवेश रावत ने कहा कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, आंदोलन जारी रहेगा। पुलिस ने कांग्रेसी, उक्रांद नेताओं समेत प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया और करीब साढ़े तीन बजे धरनास्थल पर छोड़ दिया।

