नई दिल्ली। दीपावली का पावन पर्व देशभर में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। सोमवार को लोगों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की, घरों को रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया और पारंपरिक मिट्टी के दीयों से अपने आंगन जगमगाए। सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बाद इस वर्ष दिल्ली-एनसीआर में पर्यावरण-अनुकूल हरे पटाखों का सीमित उपयोग किया गया, जिसके चलते राजधानी के कई इलाकों में पटाखों की गूंज सुनाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “प्रकाश का यह पर्व हमारे जीवन को सामंजस्य, खुशी और समृद्धि से रोशन करे तथा चारों ओर सकारात्मकता का माहौल बनाए।” प्रधानमंत्री ने इस वर्ष दीपावली का पर्व गोवा तट पर स्थित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर नौसेना कर्मियों के साथ मनाया।
उन्होंने कहा, “आज, एक ओर मेरे सामने अनंत क्षितिज और आकाश है, तो दूसरी ओर यह विशालकाय आईएनएस विक्रांत, जो हमारी अनंत शक्तियों का प्रतीक है। समुद्र की लहरों पर सूर्य की किरणें उन दीयों की तरह झिलमिला रही हैं, जो हमारे वीर सैनिकों की शौर्य ज्योति हैं।”
सुबह प्रधानमंत्री ने आईएनएस विक्रांत के डेक पर योग सत्र में भाग लिया, युद्धपोतों के स्टीमपास्ट और विमानों के फ्लाईपास्ट का अवलोकन किया, नौसेना कर्मियों को संबोधित किया और उनके बीच मिठाइयां बांटीं। बाद में, उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की और दीपावली की शुभकामनाएं साझा कीं। उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने भी राष्ट्रपति से भेंट कर शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “दीपावली के शुभ अवसर पर, मैं भारत और विदेश में रहने वाले सभी भारतीयों को हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई देती हूं।”