मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अब ब्यूरोक्रेसी को लेकर सख्त रवैया अपनाया है। उन्होंने मुख्य सचिव एसएस संधु को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी समय से कार्यालय आएं और कार्यालय अवधि में पूरे मनोयोग से कार्य करें।ऐसा न करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाए। उन्होंने अधिकारियों को जनता एवं जनप्रतिनिधियों के फोन उठाने और किन्हीं कारणों से फोन न उठा पाने की स्थिति में वापस फोन करने के भी निर्देश दिए हैं।प्रदेश में दोबारा सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के तेवर बदले हुए हैं। उनका पूरा जोर सुशासन पर है। सोमवार को सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का मुख्य फोकस मितव्ययता व पारदर्शिता पर रहेगा। इन दोनों विषयों पर किसी प्रकार की शिकायत आएगी तो सरकार सख्त कार्यवाही करेगी।
हल्द्वानी में अतिक्रमण हटाने के विषय में मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां भी इस प्रकार की चीजें होंगी, वहां अवश्य कार्रवाई की जाएगी। सरकार का यह सुस्पष्ट मत है कि तुष्टीकरण का कार्य नहीं किया जाएगा। राज्य व न्याय हित में जरूरी होगा, तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य प्रदेश के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाना है। इसके लिए किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारियों के बीच कार्य आवंटन में अभी थोड़ा समय लगेगा। सरकार ने जो भी कहा है, उन सभी विषयों पर कार्य होगा।
मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने राष्ट्रीय राजमार्गों एवं विकास कार्यों से संबंधित विभागीय समस्याओं को उन्नति पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।मुख्य सचिव ने सचिवालय में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण व विकास कार्यों के अंतर्विभागीय प्रकरणों पर संबंधित विभागों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों व अधिकारियों को लंबित प्रकरणों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। प्रकरणों के शीघ्र निराकरण को सभी विभागों को आपसी सामंजस्य से कार्य करना होगा।