प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले में एक स्टिंग आपरेशन सामने आने पर उत्तराखंड में भी भाजपा ने कांग्रेस के विरुद्ध हमलावर तेवर अपनाए हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक पंजाब की कांग्रेस सरकार की लापरवाही नहीं, बल्कि मिलीभगत का परिणाम थी। जिस तरह की बातें सामने आई हैं, वे इशारा करती हैं कि यह घटना संयोग नहीं, बल्कि एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी।मुख्यमंत्री धामी ने बुधवार को हरिद्वार रोड स्थित भाजपा के मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि स्टिंग आपरेशन में जो राज खुले हैं, वे गंभीर सवाल खड़े करते हैं। यह घटना अचानक नहीं हुई, बल्कि षडयंत्र के तहत पहले से तय थी। यह भी कहा जा सकता है कि ये अनायास नहीं, बल्कि प्रायोजित था। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस के एसएचओ और सीआइडी के डीएसपी को प्रधानमंत्री के रूट में रुकावट की जानकारी थी और इस बारे में पंजाब सरकार को रिपोर्ट दी थी। इस पर वहां की सरकार चुपचाप बैठी रही। यही नहीं, सीआइडी के डीएसपी ने प्रधानमंत्री की रैली से पहले पल-पल की स्थिति अधिकारियों को बताई थी। साथ ही खतरे के बारे में चेताया था, लेकिन पंजाब पुलिस को कुछ भी न करने के निर्देश दिए गए थे। वह भी तब, जबकि खुफिया विभाग ने प्रधानमंत्री की रैली में गड़बड़ी का अंदेशा जताया था। साथ ही वहां खालिस्तानी गुट भी सक्रिय था। इस सबके बावजूद कांग्रेस सरकार के इशारे पर आला अधिकारियों ने घटना को अनदेखा कर कोई कार्रवाई नहीं की।
धामी के अनुसार जो बातें निकलकर आई हैं वे साफ करती हैं कि सुरक्षा चूक में पंजाब सरकार की लापरवाही नहीं, बल्कि मिलीभगत थी। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पंजाब कांग्रेस के प्रभारी रहे हरीश रावत के बयानों से यह साबित भी होता है। इस प्रकरण से पंजाब की कांग्रेस सरकार की पोल खुलकर सामने आ गई है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को इसका जवाब देना होगा। कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि मोदी से घृणा करते-करते कांग्रेस देश, प्रधानमंत्री पद, संविधान, सेना व सुरक्षा और राष्ट्रहित से घृणा करने लगी है। केवल एक व्यक्ति से नफरत करते-करते यह कांग्रेस की आदत बन चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में खिलवाड़ और साजिश के तार राजनीतिक रूप से सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से जाकर जुड़ते हैं।