यरुशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि गाजा में हालिया दिनों के दौरान इजरायली सेना ने 153 टन बम गिराए हैं। उन्होंने यह कार्रवाई हमास द्वारा युद्धविराम समझौते के उल्लंघन के जवाब में किए जाने की बात कही है। नेतन्याहू ने सोमवार को देश की संसद में यह जानकारी दी।
संसद में दिए अपने संबोधन में नेतन्याहू ने कहा, “हमारे एक हाथ में हथियार है, तो दूसरा हाथ शांति के लिए फैला है। शांति के लिए शक्ति जरूरी है, और आज इजरायल पहले से कहीं अधिक मजबूत है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि गाजा में सैन्य अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है, जिससे युद्धविराम की स्थिरता पर सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि गाजा में युद्धविराम लागू होने के बाद रफा क्षेत्र में इजरायली रक्षा बलों (IDF) पर हमला हुआ था, जिसमें दो सैनिकों की मौत हो गई। इजरायल ने इसके लिए हमास को जिम्मेदार ठहराते हुए रविवार को हवाई हमले किए, जिनमें दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया गया। नेतन्याहू ने इसे युद्धविराम का “खुला उल्लंघन” बताया, हालांकि हमास ने इन आरोपों से इनकार किया है।
नेतन्याहू ने कहा कि गाजा में अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक हमास की सैन्य और प्रशासनिक क्षमताओं को पूरी तरह समाप्त नहीं कर दिया जाता। इस बीच, गाजा में युद्धविराम बार-बार संकट में घिरता नजर आ रहा है।
इसी बीच, अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस मंगलवार को इजरायल पहुंचे हैं। उनकी यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब युद्धविराम और दीर्घकालिक शांति योजना को लेकर दोनों देशों के बीच गहन वार्ता जारी है।
वहीं, हमास के मुख्य वार्ताकार खलील अल-हय्या ने काहिरा में कहा कि उनका संगठन शर्म अल-शेख समझौते के तहत युद्धविराम का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हम समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अंत तक इसे निभाने के लिए तैयार हैं।”