Dehradun में लीजिए 600 मीटर लंबी गुफा की सैर का भरपूर रोमांच, 1800 के दशक का होगा अहसास

शांत और हरा-भरा जंगल, कल-कल करता नदी के जल का प्रवाह, पक्षियों का कलरव, औषधि पौधों और फूलों की महक से दमकता पूरा वातावरण… और उसमें भी छह सौ मीटर लंबी राबर्स गुफा (लुटेरों की गुफा) की सैर का भरपूर रोमांच। 

गुच्चुपानी पर्यटन स्थल में पर्यटकों के लिए यह सब सुविधाएं उपलब्ध हैं। गुच्चुपानी पर्यटन स्थल को ग्रीष्मकालीन पर्यटन के लिए 15 लाख रुपये से संवारा गया है। यहां टिकट कक्ष के समीप शेड बनाया गया है, जहां पर्यटक बैठ सकते हैं। पर्यटकों के लिए पीने के पानी की सुविधा की गई।
नदी के झरने के समीप गजीबो बनाया गया, जहां पर्यटक बैठकर सुकून के पल बिता सकते हैं। इसके अलावा पूरे परिसर में रंग-रोगन होने के साथ वहां बनी आकृतियों की मरम्मत की गई और कूड़ेदान लगाए गए हैं। 

यादों में एक अनोखी छाप छोड़ती है गुफा

देहरादून-मसूरी हाइवे पर मालसी से करीब तीन किमी अंदर स्थित गुच्चुपानी पर्यटन स्थल शांत और मनोरम रोमांचक स्पाट है। इसके अंदर राबर्स गुफा में प्रवेश करते ही यह हमारी यादों में एक अनोखी छाप छोड़ती है। जैसे-जैसे हम पहाड़ों से गुजरते हैं, राबर्स गुफा हमें 1800 के दशक में वापस ले जाती है।

यह गुफा जिसे कभी लुटेरे ब्रिटिश पुलिस से अपनी लूट को छिपाने के लिए इस्तेमाल करते थे। शहर से आधे घंटे की दूरी में यहां पहुंचकर राहत का आनंद लिया जा सकता है। गुफा में घुटनों तक बहता पानी ऐसा आकर्षण है, जो शहर में किसी और जगह नहीं है। 

लुटेरों की गुफा के बारे में

लुटेरों की गुफा, जिसे स्थानीय तौर पर गुच्चुपानी के नाम से जाना जाता है। गुफा की कुल लंबाई छह सौ मीटर है, जो दो मुख्य भागों में विभाजित है। गुफा में सबसे ऊंची चट्टान लगभग 10 मीटर है। गुफा के मध्य भाग में एक किले की दीवार की संरचना है, जो अब टूट चुकी है। गुफा की उत्पत्ति के पीछे की कहानी है, जो पर्यटकों को देखने के लिए आकर्षित करती है। 

सुरक्षित रूप से चलने के लिए पहनें चप्पल

राबर्स गुफा में चलने के लिए शार्ट्स या पजामा जैसे आरामदायक कपड़े पहनें। सुरक्षित रूप से चलने के लिए आरामदायक चप्पल या फि्ल्प-फ्लाप पहनें। अगर आप चप्पल लेना भूल गए हैं तो यहां 10 रुपये प्रति जोड़ी पर किराए पर ली जा सकती हैं। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए यहां पीआरडी जवान भी तैनात हैं, जो हर आने-जाने वाले पर्यटक के सामान की जांच करते हैं। 

गुफा देखने का सबसे अच्छा समय

राबर्स गुफा देखने का सबसे अच्छा समय गर्मियों का है, जो मार्च से जून तक है। सर्दियों में अक्टूबर से फरवरी के बीच में भी जाया जा सकता है। गर्मियों के दौरान यहां पहुंचने पर उमस से राहत मिलती है। हालांकि बारिश में यहां जाना जोखिम भरा होता है। क्याेंकि नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी ऊपर तक आ जाता है। अधिक बारिश में इसे बंद भी कर दिया जाता है। 

प्रवेश शुल्क और समय

गुच्चुपानी राबर्स गुफा में प्रवेश टिकट 35 रुपये है। दो पहिया वाहन पार्किंग का शुल्क 60 और चार-पहिया का 95 रुपये है। अगर आपके पास कुछ अतिरिक्त चीजें है, जिन्हें गुफा के अंदर नहीं ले जाया सकता तो 30 रुपये में लाकर किराए पर लाकर ले सकते हैं। कपड़े बदलने के लिए 20 रुपये में चेंजिंग रूम की सुविधा है। प्रतिदिन गुफा खुलने का समय सुबह सात से शाम छह बजे तक है।

गुफा तक कैसे पहुंचे

देश के लगभग सभी शहर से रेल, सड़क और हवाई मार्ग से आसानी से देहरादून पहुंचा जा सकता है। दून से आठ किलोमीटर की दूरी पर गढ़ी-कैंट होकर यहां पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा मसूरी मार्ग से भी होकर यहां पहुंच जा सकता है। शहर से अनारवाला तक आटो, कैब या रिक्शा लेकर और यहां से पैदल गुफा में पहुंचा जा सकता है। 

स्विमिंग पूल और खाने-पीने की भरपूर सुविधा

यहां स्थानीय लोगों ने निजी स्विमिंग पूल भी बना रखे हैं। जहां पर्यटक किराया देकर इसमें नहाने का आनंद ले सकते हैं। इसके अलावा यहां तमाम कैंटीन व दुकानें सजी हैं। जहां मोमोज, चाऊमीन, मैगी, बर्गर, कोल्डड्रिंक, आइसक्रीम आदि का स्वाद लिया जा सकता है।

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