नवंबर 2025 में गाजियाबाद भारत का सबसे प्रदूषित शहर बना। थिंक टैंक CREA की रिपोर्ट के अनुसार, गाजियाबाद में पीएम2.5 का औसत स्तर 224 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया, जो राष्ट्रीय मानकों से काफी ऊपर है। वहीं, दिल्ली इस सूची में चौथे नंबर पर रही, जहाँ हवा का स्तर अक्टूबर के मुकाबले लगभग दोगुना होकर 215 µg/m³ तक पहुंच गया।
रिपोर्ट में बताया गया कि NCR के अधिकांश शहरों में पराली जलाने का असर कम होने के बावजूद प्रदूषण बढ़ा। विशेषज्ञों के अनुसार, मुख्य कारण साल भर चलने वाले स्रोत हैं, जैसे ट्रांसपोर्ट, इंडस्ट्री और पावर प्लांट।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों में भी प्रदूषण चिंताजनक स्तर पर रहा। हालांकि, देश के साफ-सुथरे शहरों में शिलांग सबसे आगे रहा, जहाँ पीएम2.5 का स्तर केवल 7 µg/m³ दर्ज किया गया।
CREA के विश्लेषकों ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए केवल पराली पर ध्यान देने से काम नहीं चलेगा, बल्कि सालभर चलने वाले प्रदूषण स्रोतों पर कड़ा नियंत्रण और सुधारात्मक कदम उठाने होंगे।

