बांग्लादेशी ने त्यूणी की महिला से शादी कर बनाए फर्जी दस्तावेज, तीन बार टूरिस्ट वीजा पर पहुंचा देहरादून

एक बांग्लादेशी व्यक्ति ने त्यूणी की एक महिला से शादी की और जाली दस्तावेज बनाए। उसने तीन बार पर्यटक वीजा पर देहरादून की यात्रा की। उसने भारतीय नागरिकता पाने के लिए फर्जी पहचान पत्र बनवाए। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।

 दून पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक बांग्लादेशी नागरिक और उसे फर्जी पहचान उपलब्ध कराने वाली महिला को गिरफ्तार किया है। दोनों पिछले कई वर्षों से फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर देहरादून में अवैध रूप से रह रहे थे। पति से अलग रह रही महिला ने अपने पति के नाम से बांग्लादेशी के दस्तावेज बना दिए। आरोपित एक क्लब में बाउंसर का काम कर रहा था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि थाना नेहरू कालोनी और एलआइयू देहरादून को सूचना मिली थी कि नेहरू कालोनी क्षेत्र में एक महिला के साथ रहने वाला युवक अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर चुका है। पुलिस ने दोनों के बारे में जानकारी हासिल कर दोनों को को नेहरू कालोनी क्षेत्र से हिरासत में ले लिया।

आरोपित ने अपना नाम ममून हसन निवासी आनंदो वास थाना मुजीबनगर, मेहरपुर (बांग्लादेश) जबकि महिला ने अपना नाम रीना चौहान निवासी त्यूणी बताया। आरोपितों ने बताया कि वर्तमान समय में वह अलकनंदा इन्क्लेव नेहरू कालोनी में किराए के मकान पर रह रहे हैं।

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि दोनों की पहचान फेसबुक के माध्यम से हुई थी। ममून 2019, 2020 और 2021 में तीन बार टूरिस्ट वीजा पर भारत आया और देहरादून में रीना से मिला। वर्ष 2022 में रीना को अवैध रूप से सीमा पार कराकर बांग्लादेश ले गया, जहां दोनों ने शादी कर ली। कुछ समय बाद दोनों दोबारा अवैध तरीके से भारत लौट आए और देहरादून में अलग-अलग स्थानों पर किराये पर रहने लगे।

महिला ने अपने पति के नाम से बनाए दस्तावेज
एसएसपी ने बताया कि रीना का विवाह पूर्व में सचिन चौहान के साथ हुआ था। शादी के कुछ समय बाद वह अलग-अलग रहने लगे। आरोपित ममून के साथ शादी के बाद रीना ने कुछ परिचितों की सहायता से ममून हसन के लिए अपने पूर्व पति सचिन चौहान के नाम के फर्जी पहचान पत्र बनवाए व दोनों सचिन चौहान व रीना के नाम से पति-पत्नी की तरह साथ रहने लगे। ममून हसन देहरादून के एक क्लब में सचिन चौहान के नाम व पहचान पत्र से बाउंसर का काम करने लगा।

फर्जी पहचानपत्र बनाने वालों की तलाश में पुलिस
एसएसपी ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिक के फर्जी दस्तावेज बनाने वालों की पहचान की जा रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आपरेशन कालनेमि के तहत अब तक अवैध रूप से देहरादून में रह रहे 16 बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है, जिनमें 09 को डिपोर्ट किया गया है और 07 के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।

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