बुधवार को फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गई है। तेल कंपनियों ने बुधवार को पेट्रोल-डीजल के नए दाम जारी कर दिए हैं।कई दिन से रोजाना पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़त दर्ज की जा रही है। ऐसा लग रहा है कि जल्द ही पेट्रोल की कीमतें सैकड़ा पार कर लेंगी। जिससे जनता पर मंहगाई की ज्यादा मार पड़ सकती है।बुधवार को देहरादून में डीजल 92.92 रुपये प्रति लीटर तो पेट्रोल 99.42 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। कोटद्वार में पेट्रोल 99.52 और डीजल 93.60 रुपये में मिल रहा है। हल्द्वानी में पेट्रोल 97.80 और डीजल 91.39 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए भी जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको RSP और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच बीते दिनों खाद्य तेल के दाम में आई तेजी अब कम होने लगी है। व्यापारी इसका मुख्य कारण मंडियों में सरसों की नई फसल की आवक मान रहे हैं। इस सप्ताह विभिन्न कंपनियों के तेल के दाम चार से छह रुपये प्रतिकिलो तक घटे हैं।देहरादून की बात करें तो यहां अधिकांश रिफाइंड और सरसों का तेल गुजरात और राजस्थान से आता है। थोक बाजार में बीते सप्ताह विभिन्न कंपनी का रिफाइंड 161 रुपये से 174 रुपये, जबकि सरसों का तेल 164 रुपये से 185 रुपये प्रतिकिलो था, जो मंगलवार को घटकर क्रमश: 155 से 168 रुपये और 160 से 180 रुपये प्रतिकिलो रहे।
ऐसे में तेल के दाम में चार से छह रुपये तक का अंतर रहा। आढ़त बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र गोयल का कहना है कि रूस-यूक्रेन से सूरजमुखी का तेल आयात होता है। युद्ध के चलते तेल का आयात न होने से दाम बढ़ गए, लेकिन अब अब मंडियों में नई सरसों आने लगी है, ऐसे में तेल के दाम कुछ कम हुए हैं।आढ़त बाजार एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र गोयल ने बताया कि सूरजमुखी का तेल हरिद्वार और ऊधमसिंहनगर में सप्लाई होता है। दवा आदि बनाने के लिए इसका अधिक इस्तेमाल किया जाता है। देहरादून में सूरजमुखी की मांग कुल तेल का पांच फीसद ही है, लेकिन यूक्रेन से आयात न होने से अन्य तेल के दाम बीते एक महीने से बढ़े थे, जो इसी हफ्ते कम हो गए हैं।