उत्तराखंड में मार्च तकरीबन सूखा गुजर गया। करीब छह जिलों में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई है। जबकि, अन्य में भी न के बराबर बारिश हुई। इस बीच तापमान में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई। पिछले कई दिनों से ज्यादातर इलाकों का अधिकतम तापमान सामान्य से चार से छह डिग्री अधिक बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अगले कुछ दिन मौसम के मिजाज में परिवर्तन की संभावना नहीं है। ऐसे में शुष्क मौसम के बीच तापमान में और इजाफा हो सकता है।
उत्तराखंड में पिछले करीब एक माह से मैदानी क्षेत्रों में पारा सामान्य से पांच-छह, जबकि पहाड़ी इलाकों में दो से चार डिग्री सेल्सियस तक अधिक बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती प्रवाह के कमजोर रहने के कारण प्रदेश में बारिश नहीं हुई। जिससे समय से पहले ही भीषण गर्मी महसूस की जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, प्रदेश में फिलहाल मौसम शुष्क रहेगा। अगले कुछ दिन ज्यादातर क्षेत्रों में तापमान में अत्यधिक उछाल आने के आसार हैं। जिससे हिमालयी क्षेत्रों में बर्फ पिघलने और हिमस्खलन की आशंका भी बन रही है। वनों में आग की घटनाओं में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
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