करना चाहते हैं चारधाम यात्रा तो आज ही करें ये काम, छह लाख से अधिक लोग करा चुके रजिस्ट्रेशन

चारधाम यात्रा के लिए शुरू हुए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया में चौथे दिन शनिवार शाम पांच बजे तक 6,07,368 श्रद्धालुओं ने यात्रा में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराया। केदारनाथ के लिए सर्वाधिक 1,95,709 और बदरीनाथ धाम के लिए 1,82,377 श्रद्धालु पंजीकृत हुए। गंगोत्री के लिए 1,12,933 और यमुनोत्री के लिए 1,09,824 लोगों ने पंजीकरण कराया। हेमकुंड साहिब की यात्रा के लिए 6,525 पंजीकरण हुए। 

केदारनाथ के लिए सर्वाधिक 1.95 लाख, बदरीनाथ के लिए हुए 1,82,377 पंजीकरण

उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से चारधाम यात्रा-2025 में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए 20 मार्च से ऑनलाइन आधार आधारित पंजीकरण शुरू किया गया था। जिससे कि श्रद्धालुओं को अपनी पंजीकृत तिथि पर दर्शन प्राप्त हो सके। जिसमें शनिवार शाम पांच बजे तक यात्रा के वेबपोर्टल (registrationandtouristcare.uk.gov.in) और मोबाइल एप (Tourist care uttarakhand) के माध्यम से 5,17,021 श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कराया था।

इतने पंजीकरण हुए

जबकि रविवार को 90,347 श्रद्धालु पंजीकृत हुए। जिसमें से केदारनाथ के लिए 29,133, बदरीनाथ के लिए 27,331, गंगोत्री के लिए 16,448 और यमुनोत्री के लिए 16,021 लोगों ने पंजीकरण कराया। वहीं, हेमकुंड के लिए 1,374 पंजीकरण हुए। 

30 अप्रैल को खुलेंगे गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट

बता दें कि गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को खुलेंगे। जबकि दो मई को केदारनाथ और चार मई को बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरू होगी। आखिर में 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खोले जाएंगे। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के संयुक्त निदेशक और चारधाम यात्रा के नोडल अधिकारी योगेंद्र गंगवार ने कहा कि कोई भी श्रद्धालु बिना पंजीकरण कराए यात्रा में शामिल न हो। 

टोल फ्री नंबर पर 2,926 समस्या का हुआ समाधा

चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए जारी हुए टोल फ्री नंबर (0135-1364) में शनिवार तक 2,098 सवाल का समाधान हुआ था। जबकि रविवार को 828 लोगों की समस्याओं का समाधान किया गया।

दून में तीन रुपये लीटर बिक रहा पानी, पीने वालों की संख्या सीमित

राजधानी में तीन रुपये प्रति लीटर के हिसाब से पानी बिक रहे पानी में पीने वालों की संख्या कम है। जबकि बहुत से लोग यही पानी 20 रुपये की बोतल खरीदकर पी रहे हैं। प्रचार-प्रसार के अभाव में शहर में संचालित वाटर एटीएम से रोज सिर्फ 1,500 लीटर के आसपास पानी बिक रहा है। बहुत से लोगों को अभी भी वाटर एटीएम की जानकारी नहीं है। वहीं, कई एटीएम में आपरेटर का अभाव होने कारण भी लोग इससे रूबरू नहीं हो पा रहे।

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