उत्तराखंड में सेवायोजन विभाग अब केवल बेरोजगारों के पंजीकरण तक सीमित न रहकर उन्हें विभिन्न विभागों में रोजगार भी उपलब्ध कराएगा। इसे देखते हुए विभाग को आउट सोर्स एजेंसी के रूप में विकसित किया जाएगा।कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने विधानसभा स्थित सभाकक्ष में बुलाई गई बैठक में इस संबंध में अधिकारियों के साथ मंथन किया और उन्हें जल्द प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।सेवायोजन विभाग वर्तमान में प्रदेश में 23 कार्यालयों के माध्यम से सेवा दे रहा है। इन कार्यालयों में साढ़े आठ लाख बेरोजगार पंजीकृत हैं। बावजूद इसके विभाग अब इस भूमिका में नहीं है कि वह किसी विभाग में बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध करवा सके।
असल में विभागों में अधिकांश पदों को आउट सोर्स से भरा जा रहा है। इसके लिए वे उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लिमिटेड और प्रांतीय रक्षक दल विभाग की सेवाएं ले रहे हैं। अब सेवायोजन विभाग को भी इन्हीं एजेंसियों की तरह बनाने की तैयारी है।कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने इस क्रम में कौशल विकास एवं सेवायोजन विभाग के साथ ही वित्त समेत अन्य विभागों के अधिकारियों संग विमर्श कया। बैठक के बाद कैबिनेट मंत्री बहुगुणा ने बताया कि सेवायोजन विभाग को शीघ्र ही आउट सोर्स एजेंसी बनाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा।बहुगुणा ने कहा कि आउट सोर्स एजेंसी बनने पर सेवायोजन विभाग भी उपनल की भांति विभिन्न विभागों में आउट सोर्स पर कार्मिकों को रख सकेगा।बैठक में सचिव कौशल विकास एवं सेवायोजन विजय यादव, सचिव न्याय धनंजय चतुर्वेदी, निदेशक सेवायोजन डा बीएस चलाल, अपर सचिव कार्मिक सुमन सिंह वल्दिया, रोहित मीणा मुख्य रूप से उपस्थित थे।