उत्तराखंड में बादलों और धूप की आंख-मिचौनी जारी है। सुबह से चटख धूप खिलने के बाद मंगलवार को दोपहर बाद मौसम का मिजाज बदला। मैदानी इलाकों में तेज झोंकेदार हवाओं के साथ बौछारें पड़ीं। जबकि, पर्वतीय इलाकों में भी हल्की बारिश दर्ज की। हालांकि, शाम को मौसम फिर सामान्य हो गया। इस बीच कई इलाकों में उमस ने भी बेहाल किया।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार आज से अगले कुछ दिन प्रदेश में मौसम शुष्क रह सकता है। मैदानी इलाकों में तापमान में बढ़ोतरी के आसार हैं। हालांकि, पर्वतीय क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। जिससे कहीं-कहीं हल्की बारिश की आशंका है।
दून में मंगलवार सुबह से खिली धूप ने गर्मी से बेहाल किया तो दोपहर बाद महज 10 मिनट चले अंधड़ ने दुश्वारियां बढ़ा दीं। इस दौरान कई जगह टिनशेड और पेड़ धराशायी हो गए। जिससे कई वाहन और घरों की दुकानों को नुकसान पहुंचा है। क्लेमेनटाउन में एक स्कूल की सुरक्षा जाली गिरने से भी खासा नुकसान हुआ। जिस पर क्षेत्रवासियों ने आक्रोश जताया।
मंगलवार को दोपहर बाद करीब साढे तीन बजे मौसम ने अचानक करवट बदली और दून के कई इलाकों में अंधड़ के साथ बौछारें पड़ीं। हालांकि, तेज हवाएं महज 10 मिनट के लिए रहा। लेकिन, इस दौरान कई जगह नुकसान की सूचना है।
छावनी परिषद क्लेमेनटाउन के पोस्टआफिस रोड स्थित सेंट पैट्रिक स्कूल की सुरक्षा जाली धराशायी हो गई। यह लगभग 200 फीट लंबी और 25 फीट ऊंची लोहे की जाली थी। जिससे पास के घरों की दीवारें और सड़क किनारे खड़े वाहनों नुकसान पहुंचा। इससे सड़क पूरी तरह ब्लाक हो गई और बिजली के पोल को भी नुकसान पहुंचा। जिससे घंटों तक क्षेत्र की बत्ती गुल रही।
क्षेत्रवासियों में स्कूल और छावनी परिषद के प्रति आक्रोश है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि जाली गिरने का खतरा लंबे समय से बना हुआ था। जिसकी शिकायत छावनी परिषद से की गई थी। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने अनियमितता से निर्माण कार्य कराएं हैं।