आम जनमानस व विद्यार्थियों को साइबर अपराधों के प्रति संवेदनशील एवं जागरुक किये जाने के उद्देश्य से एसपी रुद्रप्रयाग अक्षय प्रल्हाद कोंडे द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में आज साइबर सैल रुद्रप्रयाग की टीम द्वारा पीएम श्री अटल उत्कृष्ट स्वामी सच्चिदानन्द, रा.इ.का. रुद्रप्रयाग में स्कूली छात्र-छात्राओं को साइबर सुरक्षा एवं सड़क सुरक्षा विषय पर जागरुक किया गया। साइबर सैल की टीम के सदस्य मुख्य आरक्षी नवनीत सिंह रावत और मुख्य आरक्षी नरेन्द्र सिंह नेगी द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध की प्रकृति, इसके कारण एवं इसके वर्तमान के विस्तार एवं इससे बचने के तरीकों की जानकारी दी गयी। इस दौरान छात्र-छात्राओं को बताया गया कि आजकल साइबर अपराध के कई प्रकार हैं, विशेषकर ए.आई. यानि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आने से इसका दायरा काफी हद तक बढ़ गया है।
समान्यतः यदि कॉल आती है कि आपका फोन बन्द होने वाला है या किसी प्रकार का पुलिस अधिकारी या आर्मी का अधिकारी होने का दावा करने पर सामान को बेचे जाने या किसी प्रकार के अपराध में फंसे होने की धमकी इत्यादि दी जाती है तो ये सभी साइबर अपराध के प्रकार हैं। किसी भी प्रकार के लिंक इत्यादि को क्लिक न करने, अन्जाने लोगों से वीडियो कॉल न करने, फेसबुक या अन्य माध्यम से पैसे मांगने पर पैसे इत्यादि न भेजे जाने की जानकारी दी गयी। अपने ए.टी.एम. कार्ड पर लिखे अंक या गुप्तकोड किसी को न बताने की जानकारी दी गयी। यदि किसी कारण से साइबर अपराध के शिकार हो जाते हैं तो तुरन्त साइबर हैल्पलाइन नम्बर 1930 पर कॉल करने हेतु बताया गया। साथ ही किशोरावस्था में इंटरनेट व मोबाइल इत्यादि का उपयोग सही ढंग से करने, दिन भर फोन में ही न लगे रहने, अपने गुरुजनों व माता-पिता की आज्ञा का पालन करने, स्वयं को मोबाइल से दूर रखते हुए शारीरिक गतिविधियों, विभिन्न खेलों में भाग लेने की जानकारी दी गयी। सभी को अवगत कराया गया कि वे स्वयं के 18 वर्ष की उम्र पूरी होने तक मोटर साइकिल, स्कूटी या चौपहिया वाहन न चलायें और न ही अपने मां-पिता से इन वाहनों को दिलाने की जिद करें। अवगत कराया कि नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने पर ₹25K तक का जुर्माना हो सकता है तथा वाहन भी जब्त होने के साथ ही माता-पिता पर कानूनी कार्यवाही हो सकती है। यह भी बताया गया कि अक्सर युवा दुपहिए वाहन का संचालन करते हुए गलत तरीके से ड्राइविंग, रैश ड्राइविंग या स्टंटबाजी करते हैं जो कि यातायात नियमों के उल्लंघन के अन्तर्गत आता है। आज दी गयी जानकारियों को अपने आस-पास सहित अपने घर पर भी देने हेतु बताया गया। जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस के स्तर से इस प्रकार का जन जागरुकता कार्यक्रम निरन्तर जारी रहेगा।