नई दिल्ली/नियाग्रा (कनाडा), 13 नवंबर 2025 —
दिल्ली में सोमवार शाम हुए भीषण धमाके को लेकर अमेरिका ने कड़ा रुख अपनाया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने इस घटना को “साफ तौर पर एक आतंकी हमला” करार दिया है और भारत की पेशेवर और संयमित जांच की प्रशंसा की है।
रूबियो ने बताया कि उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से इस हमले को लेकर बातचीत की है और अमेरिका की ओर से संवेदना और सहयोग की पेशकश की है। हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत इस जांच में “बहुत सक्षम” है और उसे बाहरी मदद की आवश्यकता नहीं है।
एक प्रेस वार्ता में रूबियो ने कहा,
“भारत को तारीफ मिलनी चाहिए। वे जांच को बहुत संयमित, सतर्क और पेशेवर तरीके से कर रहे हैं। यह साफ तौर पर एक आतंकी हमला था। एक कार में भारी मात्रा में विस्फोटक भरे हुए थे, जिससे कई लोगों की जान गई।”
उन्होंने आगे कहा कि भारत जब तथ्यों पर पहुँचेगा, तो “वे पूरी पारदर्शिता के साथ नतीजे साझा करेंगे।”
विदेश मंत्री एस. जयशंकर और मार्को रूबियो की मुलाकात कनाडा के नियाग्रा शहर में G-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर हुई।
बैठक में रूबियो ने दिल्ली धमाके में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों के अलावा वैश्विक सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी सहयोग पर भी चर्चा हुई।
खुफिया सूत्रों के अनुसार, दिल्ली के लाल किले के पास हुए इस धमाके में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हैं।
प्रारंभिक जांच में पाकिस्तान-स्थित आतंकी संगठनों — जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद (AGH) — के नेटवर्क का लिंक सामने आया है।
एजेंसियों का मानना है कि यह हमला किसी ‘व्हाइट-कॉलर आतंकी नेटवर्क’ के जरिए अंजाम दिया गया, जिसमें स्थानीय लॉजिस्टिक सपोर्ट शामिल था।
रूबियो ने कहा,
“हमने मदद की पेशकश की है, लेकिन मुझे लगता है कि वे इन जांचों में बहुत सक्षम हैं। उन्हें हमारी मदद की जरूरत नहीं है और वे अच्छा काम कर रहे हैं।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने इस हमले को ‘घृणित आतंकी कृत्य’ करार दिया है और सुरक्षा एजेंसियाँ देशभर में अलर्ट पर हैं।
