रामनगर सीट की चर्चा इन दिनों पूरे उत्तराखंड में है। पूर्व सीएम हरीश रावत के रामनगर से चुनाव लडऩे की चर्चाओं ने सीट को सुर्खियों में ला दिया है। इस सीट पर कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रणजीत रावत भी दवा जताते रहे हैं। इस बारे पूछने पर रणजीत रावत कहते हैं कि यहां किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है। उन्होंने कहा कि एक दूसरे से आगे निकलना सभी का स्वभाव होता है। वे दोनों एक ही पार्टी के विचारधारा से हैं।
रविवार को वह रानीखेत रोड स्थित पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने भाजपा छोड़कर आए पांच कार्यकर्ताओं का पार्टी में माला पहनाकर स्वागत किया। रामनगर की सीट घोषित नहीं होने के सवाल पर रावत ने कहा कि कई सीट पर दावेदार अधिक भी है। ऐसे में मंथन करने व राय मशविरा में समय लगता है। संभवत: सोमवार शाम तक दूसरी लिस्ट भी आ जाएगी।
हरीश रावत के चुनाव लडऩे पर अपनी अगली रणनीति बताने से उन्होंने इन्कार कर दिया। कहा कि अभी तो टिकट को लेकर कांग्रेस संगठन का कोई निर्णय ही नहीं आया तो रणनीति का कोई सवाल ही नहीं उठता है। रावत ने कहा कि रामनगर में उन्होंने पांच साल संगठन को मजबूत करने का काम किया। मदद कर लोगों को कांग्रेस से जोड़ा। कांगे्रस की लोकप्रियता की वजह से भाजपा में भगदड़ मची है। दूसरे दलों से कार्यकर्ता कांगे्रस में आ रहे हैं।
भाजपा के ग्रामीण मंडल के पूर्व महामंत्री कुबेर बिष्ट, भाजयुमो के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रम भट्ट व रघुविंदर सिंह, भुबन जोशी, महेश मठपाल ने कांग्रेंस की सदस्यता ली।