देहरादून के सर्वे चौक पर काबुल हाउस की जमीन पर बन रही पार्किंग हाईकोर्ट के स्टे के कारण अधर में लटक गई है। अफगान बादशाह के परिवार की यह जमीन सरकार को कार्यालय या शिक्षण संस्थान के लिए दी गई थी, लेकिन प्रशासन ने यहां पार्किंग बना दी। हाईकोर्ट ने निर्माण पर रोक लगाकर प्रशासन से जवाब मांगा, पर नौ महीने बाद भी जवाब नहीं दिया गया, जिससे करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
देहरादून में सर्वे चौक के पास काबुल हाउस स्थित है, जहां कभी अफगानिस्तान के शासक का परिवार रहता था। यह जमीन अफगान बादशाह के वंशजों ने सरकार को पाकिस्तानी शरणार्थियों के अस्थायी निवास के लिए दी थी, लेकिन सरकार ने बाद में इसे शत्रु संपत्ति घोषित कर दिया। दिसंबर-2023 में जिला प्रशासन ने यहां पर कब्जा कर रह रहे एक दर्जन परिवारों को बेदखल कर जमीन पर कब्जा ले लिया। लगभग 30 बीघा इस जमीन पर दिसंबर-2024 में जिलाधिकारी सविन बंसल (तत्कालीन प्रशासक नगर निगम) की ओर से पार्किंग निर्माण के आदेश दिए गए। नगर निगम के बजट से बनने वाली 285 वाहनों की क्षमता की पार्किंग के निर्माण का कुल खर्च 99.35 लाख रुपये बताया गया। निर्माण की जिम्मेदारी ग्रामीण निर्माण विभाग को दी गई। गत फरवरी के पहले हफ्ते तक यहां 50 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया। जिसमें जमीन को समतल कर फर्श तैयार करना