उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर लालकुआं विधानसभा से लेकर पूरे उत्तराखंड की जनता से समर्थन मांगा है। हरदा ने कहा कि मुझ पर विश्वास करिये। ताकि मालिकाना हक की जटिल चुनौती का हक निकाल सकूं।पूर्व सीएम ने कहा कि मेरे हुनर और अनुभव की बड़ी परीक्षा है कि मैं बिंदुखत्ता, गौलापार और चोरगलिया में बसे लोगों को उनकी जमीन का मालिकाना हक दिला सकूं। राजस्व ग्राम का दर्जा भी मिलेगा। यही संकल्प टिहरी के विस्थापितों, बग्गाचौवन, चुकुम, सुंदरखाल, पूछड़ी और खत्तों में बसे लोगों को लेकर भी है। गब्र्यांग की आपदा के बाद सितारगंज में पहुंचे पहाड़ के लोगों का मामला भी इसमें शामिल है।
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि मालिकाना हक दिलाना एक जटिल प्रक्रिया है। मगर मैंने इन मांगों से जुड़े लोगों की समस्या को समझा है। इसलिए मुख्यमंत्री रहते साल 2016 में जब समय मिला तो विस्तार से चर्चा की। इसके बाद वन विभाग के अफसरों से बात कर उन्हें सहमत भी कराया। जिसके बाद बाद प्रस्ताव तैयार कर केंद्र सरकार को भेजा। लेकिन पिछले पांच साल से यह प्रस्ताव वहां लंबित पड़ा है।इसलिए कह रहा हूं कि कांग्रेस की सरकार आने पर मुझे इन समस्याओं के हल तलाशने का मौका मिलेगा। लिहाजा, उत्तराखंड में परिवर्तन के भागीदार बनिये। यह परिवर्तन भूमिहीनों को उनका हक दिलाएगा। हरीश रावत ने कहा कि कांग्रेस को मौका मिलने पर लोगों को लगेगा कि यह सरकार गरीबों और असहायों की सरकार है। क्योंकि, उनकी समस्या और पीड़ा हमारे लिए गंभीर विषय है।