सीएम पुष्कर सिंह धामी के बयान पर पलटवार करते हुए शुक्रवार की शाम काशीपुर पहुंचे हरीश रावत ने कहा कि कौन मुंगेरी लाल के सपने देख रहा है यह तो आने वाला वक्त ही बताएंगा फिलाहल हम पूरे प्रदेश में 48 से ज्यादा सीटों पर चुनाव जीत रहे हैं और पूरे प्रदेश में बीजेपी गायब नजर आ रही है।
काशीपुर पूर्व सांसद केसी बाबा के छावनी स्थित कार्यालय पर पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत ने कांग्रेस उम्मीदवार नरेन्द्र चंद सिंह से मुलाकात करने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के स्वागत कार्यक्रम में शिरकत किया। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में करते हुए उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कौन होगा इसका निर्णय जनता और फिर कांग्रेस नेतृत्व इसे तय करेगी। सीएम बनने या घर बैठने के बयान पर बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान मैने पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए मैने यह बयान दिया था। किसी ने पूछा तो मैने कहा कि कहा कि मेरे पास दो ही विकल्प है या तो सीएम बनना या घर बैठना।
पूर्व सीएम ने कहा कि जनता ने प्रदेश में बदलाव को वोट दिया है और खुले मन से वोट दिया है। उन्होंने पार्टी में किसी प्रकार की गुटबाजी से इंकार करते हुए कहा कि सभी को अपना विचार रखने की स्वतंत्रता है और हर कोई पार्टी के हित में कदम उठाएगा। ईवीएम को लेकर काशीपुर में भी उन्होने कहा कि लोगों में इसकों लेकर कई आशंकाएं है और हमारी पार्टी ने कहा कि आप ईवीएम की सुरक्षा करिए। मीडिया से बातचीत के बाद उन्होंने काशीपुर में कांग्रेसी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होने कहा कि काशीपुर में कांग्रेस का सूखा समाप्त होने जा रहा है।
राजनीतिक गलियारे में चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस में अभी से सीएम पद को लेकर जोर आजमाइश शुरू होना बताया जा रहा है। राजनीतिक जानकारों की माने तो हरदा चुनाव नतीजों से पहले सियासत के बिसात पर अपने सभी मोहरे तैयार करने में जुट गए हैं, इसके लिए वह ऐसे सीटों का दौरा कर रहे हैं जहां कांग्रेस की स्थिति सबसे बेहतर रही है। मुख्यमंत्री पद को लेकर बयान देने के बाद भले ही आज उसके बचाव में तर्क गढ़ रहे हैं लेकिन विधायकों के लिए खेमाबंदी अभी से शुरू करने में वह कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते।