देश में एक तरफ ओमिक्रॉन के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा आंकड़ा 800 के करीब पहुंच गया है। वहीं, दैनिक कोविड के मामलों भी उछाल देखने को मिल रहा है। जिससे अब एक्सपर्ट मान रहे हैं कि हम कोरोना महामारी की तीसरी लहर के करीब आ पहुंचे हैं। लेकिन, इस बीच जो सबसे चिंता की बात है वो ये कि अगले कुछ महीनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। लेकिन, ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच भी सभी राजनीतिक दल एक स्वर में विधानसभा चुनाव कराने की वकालत कर रहे हैं। एक तरफ भाजपा लगातार रैलियां कर रही है। वहीं, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पिछले दिनों कहा कि जब पीएम मोदी रैलियां और परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास कर रहे हैं फिर चुनाव क्यों नहीं? पांचों राज्यों में समय पर चुनाव होने चाहिए।
चुनाव आयोग भी तीन दिन के यूपी दौरे पर है। आज आयोग का दूसरा दिन है। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) से राज्य में 2022 के विधानसभा चुनावों में देरी नहीं करने का आग्रह किया। ये हालात तब है जब राज्य में कोरोना के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। यूपी में नाइट कर्फ्यू लागू है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा, चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और अनूप चंद्र पांडेय और चुनाव आयोग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने लखनऊ में राष्ट्रीय और क्षेत्रिय राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।